Tuesday 9 February 2016

AAP के Kejriwal ने चंदा लेने में सबको पछाड़ा !

सभी सियासी दलों को पछाड़ते हुए AAP के चंदा में 275 प्रतिशत की बढ़ोतरी

 वैसे तो सभी सियासी दल पार्टी संगठन को चलाने के लिए कारोबारियों या फिर दूसरे संस्थानों से चंदा लेती है, लेकिन AAP की सक्रीय राजनीतिक सफर है चंदा से शुरु हुआ. आज की तारिख में भी पार्टी को ना सिर्फ खूब चंदा मिला रहा है बल्कि बड़े-बड़े सियासी दलों को AAP ने चंदा के मामले में पछाड़ दिया है. दिल्ली की बात करें तो राजनीति में सक्रिय सियासी दलों ने कारोबारियों और दूसरे संस्थानों से चंदा लिया है, उसमें दिल्ली की गद्दी पर काबिज AAM ADMI PARTY को25 प्रतिशत फंड विदेशों से मिला है. ये रकम 11.02 करोड़ रुपये है, वहीं, देश में AAPसबसे ज्यादा चंदा दिल्ली और महाराष्ट्र से मिला है. दिल्ली से AAP को 20.42 प्रतिशत और महाराष्ट्र से 23.28 फीसदी चंदा मिला है.

AAP

सभी सियासी दलों को पछाड़ते हुए AAP के चंदा में 275 प्रतिशत की बढ़ोतरी

 वैसे तो सभी सियासी दल पार्टी संगठन को चलाने के लिए कारोबारियों या फिर दूसरे संस्थानों से चंदा लेती है, लेकिन AAP की सक्रीय राजनीतिक सफर है चंदा से शुरु हुआ. आज की तारिख में भी पार्टी को ना सिर्फ खूब चंदा मिला रहा है बल्कि बड़े-बड़े सियासी दलों को AAP ने चंदा के मामले में पछाड़ दिया है. दिल्ली की बात करें तो राजनीति में सक्रिय सियासी दलों ने कारोबारियों और दूसरे संस्थानों से चंदा लिया है, उसमें दिल्ली की गद्दी पर काबिज AAM ADMI PARTY को25 प्रतिशत फंड विदेशों से मिला है. ये रकम 11.02 करोड़ रुपये है, वहीं, देश में AAPसबसे ज्यादा चंदा दिल्ली और महाराष्ट्र से मिला है. दिल्ली से AAP को 20.42 प्रतिशत और महाराष्ट्र से 23.28 फीसदी चंदा मिला है.

AAP chief Arvind Kejriwal

दिल्ली-महाराष्ट्र से पार्टी को मिले चंदे में 1460 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. इसके साथ ही चंदा लेने की रफ्तार में भी खासी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. ये हाल तब है जब दिल्ली में AAP के अलावा सात सियासी दलों में बाकी छह दल को राष्ट्रीय दर्जा हासिल हैं. फिलहाल जो आंकड़े सामने आए हैं उसके मुताविक आम आदमी पार्टी को साल 2013-14 के मुकाबले साल 2014-15 में मिलने वाले चंदे में 275 फीसदी बढ़ोतरी हुई है, इसके मुकाबले बीजेपी, कांग्रेस, राकांपा,सीपीएम और सीपीआई जैसे राष्ट्रीय दलों के चंदे में इस दौरान महज 151 प्रतिशत की ही बढ़ोतरी हुई है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट की मानें तो साल2013-14 में इन दलों को चंदे के रूप में 257.19 करोड़ रुपये मिले थे, इसमें छह राष्ट्रीय दलों का हिस्सा 247.77 करोड़ था और AAP को 9.42 करोड़. इसके मुकाबले साल 2014-15 में आम आदमी पार्टी को 35.28 करोड़ रुपये की राशि चंदे में मिली,जिसमें एक साल में 275 फीसदी बढ़ोतरी हुई, तो वहीं इस दौरान पिछले साल के मुकाबले बाकी छह राष्ट्रीय दलों के फंड में 151 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई.

AAP
किसने दिया 27 करोड़ का चंदा ?
AAP को साल 2014-15 में एक चौथाई चंदा विदेशों से मिला है…लेकिन एडीआर की रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात ये है कि कागजों से पुख्ता रहने वाली केजरीवाल की पार्टी के चंदे में 27 करोड़ चंदा देने वालों के पैन नंबर ही गायब हैं. जबकि कई के तो नाम,पते भी नहीं हैं. साल 2013-14-15 में AAP ने 27.33 करोड़ रुपये ऐसे लोगों से लिए जिन्होंने अपना पैन नंबर नहीं दिया है, और ऐसे लोगों की संख्या 6 हजार 380 है.
AAP-Punjab-4
इसके साथ ही AAP के खजाने में 91 लाख रुपये से ज्यादा देने 111 लोग ऐसे हैं जिनके पैन नंबर, नाम और पते के बारे में पार्टी ने खुलासा नहीं किया है. हलांकि सबसे ज्यादा चंदा देने वालों की बात करें तो उसमें बजाज इलेक्टोरल ट्रस्ट का नाम है जिसमें 3 करोड़ चंदा दिया है लेकिन इसका चैक नंबर नहीं दिया गया है. वहीं प्रिया बंसल ने 36 लाख रुपये चंदा दिया है.

 

 

 

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